पेरिस ओलंपिक 2024 से जुड़ा एक और विवाद आया सामने, कांस्य पदक की क्वालिटी पर उठे सवाल

पेरिस ओलंपिक 2024 में कई खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर अपने देश का नाम रोशन किया और गोल्ड मेडल के साथ साथ सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया, तो वहीं कुछ खिलाड़ियों के दुर्भाग्य ने उनका साथ नहीं छोड़ा और हर तरह से बेहतरीन होने के बावजूद वह अपने देश के लिए पदक नहीं ला सके। जबकि इस बार के ओलंपिक में कुछ विवाद भी देखने को मिले, जहां पदक के प्रबल दावेदार माने जा रहे खिलाड़ी अंतिम दहलीज पर आकर डिसक्वालिफाई हो गए। वहीं अब पेरिस ओलंपिक 2024 से जुड़ा एक और नया विवाद सामने आया है। यह विवाद ओलंपिक में दिए जाने वाले कांस्य पदक की क्वालिटी को लेकर सामने आया है।

खबरों के मुताबिक पेरिस ओलंपिक 2024 में विजेताओं को जो ब्रॉन्ज मेडल दिए जा रहे हैं, उनकी क्वालिटी पर सवालिया निशान लगें हैं और इस मामले में एक खिलाड़ी ने मेडल की क्वालिटी सही न होने का दावा भी किया है। दरअसल यूएस के स्केटबोर्डर न्याजा ह्यूस्टन ने पेरिस ओलंपिक में जीते गए ब्रॉन्ज मेडल की क्वालिटी पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि एक हफ्ता भी नहीं बीता है और उनके ब्रॉन्ज मेडल का कलर पूरी तरह से उतर गया है।

न्याजा ह्यूस्टन का कहना है कि उनके द्वारा जीता गया मेडल एक हफ्ते में ही पुराना लगने लगा है। उन्होने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए कहा है, ‘ये ओलंपिक मेडल्स जब तक नए हैं, तब तक तो काफी अच्छे दिखते हैं लेकिन मेरी स्किन पर लगने, कुछ पसीने के बाद और जब मेरे दोस्तों ने इसे पहना, तो यह उस क्वालिटी का मेडल नहीं रह गया, जो पहले था। अगर आप इसे देखें, तो काफी खुरदुरा हो गया है। यहां तक कि इसका सामने का हिस्सा भी उजड़ने लगा है। आपको ओलंपिक मेडल की क्वालिटी थोड़ी और बेहतर करनी चाहिए।’

गौरतलब हो कि पेरिस ओलंपिक में इससे पहले भी कई विवाद सामने आ चुके हें, फिर चाहे वह इन खेलों के उद्घाटन समारोह के दौरान ही एक कोच की मौत का मामला हो या फिर सीन नदी के गंदे पानी का मामला हो। वहीं भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के डिसक्वालिफाई होने का मामला हो। पेरिस ओलंपिक 2024 में कोई न कोई नया विवाद सामने आता ही रहा है।

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