भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या के दिन शायद अच्छे नहीं चल रहे हैं, यही वजह है कि जब रोहित शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय टी20 क्रिकेट से संन्यास लिया, तो हार्दिक पांड्या को भारत की टी20 टीम का कप्तान बनाने की जगह यह जिम्मेदारी बेहतरीन बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को दे दी गई। इस फैसले को लेकर एक तरफ जहां हार्दिक पांड्या के फैंस और कई क्रिकेट प्रशंसकों को बुरा लगा, तो वहीं इस पूर्व भारतीय क्रिकेटर का मानना है कि यह फैसला हार्दिक के लिए काफी सही है और यह उनकी भलाई में लिया गया फैसला है।
दरअसल हम बात कर रहे हैं भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बेहतरीन बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा की। उथप्पा का मानना है कि भले ही बीसीसीआई ने हार्दिक पांड्या की जगह भारत की टी20 टीम की कप्तानी सूर्यकुमार यादव को दे दी है लेकिन यह फैसला हार्दिक की भलाई वाला है। रॉबिन उथप्पा का मानना है कि हार्दिक के लिए हर एक मैच खेलना संभव नहीं होता है और वह एक खास खिलाड़ी हैं। यही वजह है कि उनकी अतिरिक्त देखभाल करने की जरूरत है और यह फैसला उनके हक वाला है।
रॉबिन उथप्पा ने मीडिया से बात करते हुए कहा है, ‘अगर मैं हार्दिक की जगह होता तो वास्तव में मुझे लगता कि यह फैसला मेरे हित में ही लिया गया है। अगर मैं 34-35 साल का हूं और मैं अपने करियर में चोटों से ग्रस्त खिलाड़ी रहा हूं, तो मेरे करियर को आगे बढ़ाने के लिए और मुझे अपने देश को अपनी सेवाएं देने का सबसे अच्छा मौका देने की मानसिकता के साथ एक निश्चित जिम्मेदारी मुझसे दूर ले ली गई है। इस लिहाज से यह मेरे लिए अच्छी ही बात है।’
उथप्पा ने यह भी कहा है, ‘मुझसे अगर यह पूछा जाता है कि मैं एक इंसान के रूप में क्या चुनुंगा, तो मैं कहुंगा कि अपने देश की सेवा करना और वर्ल्ड कप चैंपियनशिप जीतना। चाहे मैं एक खिलाड़ी हूं या फिर कप्तान, हार्दिक को भी इस बात का एहसास होगा कि यह फैसला सही है। वो चाहते हैं कि वह देश की लंबे समय तक सेवा करें और मैं भी ऐसा ही करना पसंद करुंगा।’